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हाईब्रिड किस्म, टिश्यु कल्चर, ग्राफ्टेड, उच्च तकनीक से तैयार पौधे।
-- एस-मोगी --

एस-मोगी पेड़

एस-मोगी पॉलिश्ड डोर
एस-मोगी लकड़ी

एस-मोगी पौधे

एस-मोगी की पत्ति
 
उच्च गुणवत्तायुक्त विशेषताएं--
नियमित रूप से प्रयासरत व कुछ नया करने की दृढ इच्छा-शक्ति के साथ हिलकोरा कम्पनी लेकर आयी है एस-मोगी प्लान्ट, जो निम्न विशेषताओं से युक्त है-
1. एस-मोगी पौधा अपनी सुन्दरता, स्थायित्व और रंग के लिए दुनिया में सबसे मूल्यवान व बेशकीमती पौधा है जो उष्णकटिबंधीय हार्डवुड में से एक है।
2. यह पौधा हार्डवुड के रूप में जाना जाता है। विश्व में इसकी लकड़ी सबसे अच्छी मानी जाती है। क्योंकि यह बिलकुल भी खोखली व गांठों वाली नहीं होती है।
3. यह एक सीधा बढने वाला पौधा है। यह गर्म प्रदेशों में होने वाला ताकतवर पौधा है। इस पौधे की तुलना सागवान से की जा सकती है।
4. यदि किसान अपने खेतों की मेड़ों पर इसे लगाता है तो मुख्य फसल में किसी तरह की कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती है।
5. इसकी पत्तियां आसानी से मिट्टी में मिलकर खाद का काम करती है। अतः इसकी पत्तियां जमीन को उपजाऊ बनाती है।
6. एस-मोगी पेड़ की लकड़ी सभी कठोर लकड़ियों में सबसे अच्छी मानी जाती है।
7. इसकी लकड़ी का रंग गहरा लाल-भूरा होता है। इसकी लकड़ी से बनाये फर्निचरों को जब पॉलिश किया जाता है तो सुन्दर गहरा लाल रंग प्रदर्शित करता है।
8. इसकी लकड़ी उत्कृष्ट दक्षता वाली तथा लम्बी चलने वाली होती है।
9. इसकी लकड़ी पानी में भी नहीं सड़ती है इसलिए इसका उपयोग नाव व जहाज निर्माण हेतु किया जाता है। इसके अलावा वाद्य यंत्रों, गिटार, ड्रम आदि का निर्माण अन्य लकड़ियों की अपेक्षा इससे बनाये जाते हैं।
10. एस-मोगी लकड़ी को नाव व जहाज निर्माण, फर्निचर, आंगन, दरवाजे, खिड़कियां तथा इन्डोर्स में महीन कारिगरी हेतु काम में लिया जाता है। क्योंकि इसकी लकड़ी गोंद, कीलों व अन्य हार्डवेयर के लिए उपयुक्त हैं।
11. इसकी लकड़ी से बने दरवाजे में सिकुड़न, फैलना तथा मुड़ना नहीं होता है। तथा इसकी लकड़ी सुन्दरता में उत्कृष्ट है।
12. एस-मोगी उच्च व्यावसायिक बाजार मूल्य वाला एक दक्षिण-अफ्रिकी पेड़ है।
13. भारत में जलवायु परिस्थितियां दक्षिण अफ्रिकी एस-मोगी पेड़ के लिए ज्यादा उपयुक्त है।
   
पौधरोपण तथा देखरेख--
* जलवायु- -5 से 50 डिग्री तक उच्च सहनशील पौधा।
* पानी- खारे पानी में भी सम्भव। यहॉ तक कि समुद्र जितने खारे पानी में भी हो सकता है।
* आवश्यकता- पानी, सुरक्षा तथा रोग निवारण
* भूमि- 120 प्रकार की मिटटी में हो सकता है।
* खड्डा- 2 फीट बाई 2 फीट का खड्डा खोदकर छोड़ दें तथा 20 दिनों बाद इसमें सड़ी हुई गोबर की खाद, नीम व आकड़े की पत्तियां आधा किलों तथा बुहाड़े की पत्तियां 1 किलो तथा उपरी मिट्टी से भर दें।
* विशेष- यदि दीमक का प्रकोप ज्यादा हो तो ही दीमक रोधी दवाई का प्रयोग करें अन्यथा नहीं।
* फल- प्रत्येक वर्ष। औषधीय उपयोग में लिए जाते हैं।
* ऊंचाई- डेढ से दो साल में लगभग 15 फीट तक वृद्धि करता है।
* छंटाई- इस पौधे में जो अतिरिक्त शाखाएं होती है उसकी छंटाई की जाती है।
* पत्तियां- पत्तियां उपजाउ होने के कारण भूमि की उर्वरा शक्ति में बढोतरी होती है।
* पानी मात्रा- पौधे की रोपाई के समय शुरूआत में 2 से 3 दिनों के अन्तराल से दिया जाता है तथा इसके तीन महीने बाद सात दिनों में एक बार लगभग 7 लीटर देना चाहिए।
* दूरी- पौधे से पौधे की दूरी चारों तरफ से 9x9 फीट रखते हैं , इसे घटाकर 8 बाई 9 भी कर सकते हैं। इस प्रकार एक सरकारी बीधा में लगभग 250 पौधे लगते हैं।
बहुपयोगी
* पत्तियां- इसकी पत्तियों से जमीन उपजाउ होती है। अतः यह जमीन में खाद का काम करता है।
* लकड़ी- एक पेड़ से लगभग 30 घन फीट तक सूखी लकड़ी मिल जाती है। सूक्ष्म लाल गहरे गुलाबी रंग की लोकप्रिय लकड़ी से प्लाईवुड, इंटिरियर ट्रिम, रसोई, कागज, फर्नीचर, और इंटिरियर फर्श, संगीत उपकरण आदि में इस्तेमाल किया जाता है।
* उपयोग- इस पौधे के फल, पत्ते और छाल को कर्क, मलेरिया, रक्ताल्पता, दस्त और मधुमेह जैसे रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
* मिश्र फसल- एस-मोगी के पौधों की कतारों के बीच मटर, मिर्च, बैंगन, और बारानी क्षेत्र में बाजरा, मोंठ और मूंग की खेती लाभदायक होती है।
* तुलना- सागवान में जितने गुण तथा विशेषताएं होती हैं लगभग उतने ही गुणकारी तत्व एस-मोगी में भी मौजूद हैं। इसे गरीब का सोना कहा जाता है।
रिटर्न (आमदनी) एक नजर में-
यह पौधा 10 सालों के जीवनकाल में लगभग 60 से 80 फीट तक बढता है। तथा इसकी चौड़ाई लगभग 2 से 3 फीट तक बढती है। इस प्रकार यह अपनी परिपक्ता की अवस्था में लगभग 30 घन फीट लकड़ी प्रदान करता है।
वर्तमान में इसकी लकड़ी की कीमत लगभग 3500-4500 रूपये तक है। इस प्रकार एक पौधा अपने जीवनकाल में लगभग एक लाख रूपये की आमदनी प्रदान करता है। इस तरह इसके 100 पौधे लगभग एक करोड़ रूपये की आय प्रदान कर सकते हैं।
   
सम्पर्क करें--  
हिलकोरा कम्पनी (Hilkora Company)
Behind "Kisaan" Girls Hostel, Baldev Nagar, Barmer, District- Barmer, Rajasthan, India
Mobile- 08003850755, 09413492561 , E-mail: hilkorahelp@gmail.com , tarnjan@gmail.com
www.hilkora.com
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